डॉक्टर प्रीति के प्रयास से बची दो जिंदगियां,ईश्वर के चमत्कार और धरती के भगवान के प्रयास से हुआ संभव
रिपोर्ट आलोक मालवीय
झूसी,प्रयागराज।कहते हैं जिसे राम रखे उसे कौन चखे।ईश्वर की कृपा और धरती के भगवानों यानी डाक्टरों ने मिलकर असंभव को संभव कर दिखाया। डॉक्टर प्रीति हॉस्पिटल झूंसी में डॉक्टर प्रीती त्रिपाठी एवं उनकी टीम ने 3 किलो के बच्चे के साथ 3 किलो का लेफ्ट ओवेरियन शिष्ट सफलतापूर्वक निकाला।इस बड़े आपरेशन के बाद जच्चा बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।कानपुर रोड, लखनऊ के रहने दंपति
शादी के 2 साल बाद उनके घर किलकारी गूंजने वाली थी।यह महिला की पहली गर्भावस्था थी। 2 महीने की गर्भावस्था में यूएसजी शुरू करने के दौरान, उन्हें ट्यूमर का पता चला जो गर्भावस्था के साथ बढ़ रहा था। अपने जीवन के बारे में और अपने बच्चे के बारे में जानकर महिला बहुत डरी हुई थी। लेकिन, जब वह गर्भावस्था के 6 महीने की उम्र में डॉ. प्रीति के इलाज के लिए आई तो ट्यूमर का आकार 13 सेमी था।इस आकार के ट्यूमर के साथ गर्भावस्था भी थी।ट्यूमर और शिशु लगातार पार्श्व रूप से बढ़ रही थी।इसके बाद डॉक्टर प्रीति ने बहुत सावधानी से प्रबंधन किया और ट्यूमर के टूटने से बचने के साथ 8 महीने की समय अवधि में एक सुरक्षित गर्भावस्था देने का फैसला किया।ओवरी कैंसर की संभावना के लिए भी जांच की गई। क्योंकि यह ट्यूमर लगातार तेजी से बढ़ रहा था। अंत में ईश्वर की कृपा और धरती के भगवानों के प्रयास से जच्चा बच्चा दोनों स्वस्थ है।