मां कल्याणी ने दिए भक्तों को स्कंद माता के रूप में दर्शन
श्री नव संवत्सर मानव समिति कल्याणी देवी प्रयागराज के द्वारा मां कल्याणी देवी के परिसर में आयोजित 52 वीं संगीतमय श्री राम कथा के पंचम दिवस पर भक्तों को राम कथा का रसपान कराते हुए पूज्य व्यास डॉक्टर अनिरुद्ध जी महाराज ने भरत चरित्र पर दर्शन डालते हुए कहा कि भरत वास्तव में स्वयं में त्यागी है और भरत जी भारत देश के भरत में त्याग की भावना भर देते हैं
व्यास जी कथा सुनाते हुए आगे कहते हैं कि भरत जी राम की वनवास प्राप्त राजगद्दी को छोड़कर कहते हैं कि भोर होते ही मैं चला जाऊंगा जहां भगवान राम चले गए हैं और कहते हैं संपत्ति सब रघुपति के आहीं अर्थात सारी संपदा राम की है और यही संपदा ही भगवान राम के दर्शन में बाधक है इसीलिए इसे तत्काल छोड़ देना चाहिए और तब वशिष्ठ मुनि ने राय दिया की तिलक चंदन सब लेते चलो और वहीं राम जी का राजतिलक कर देंगे गुरु वशिष्ठ तीनों माताओं एवं भाई शत्रुघ्न को लेकर सारी सेना एवं प्रजा के साथ भारत की श्रृंगवेरपुर पहुंच गए और भरत कौ सेना सहित आते देख कर केवट ने सोचा कि या तो कोई शत्रु है! और यदि यह राम जी को मारने जा रहे हैं तो इन्हें रात्रि मैं ही समाप्त कर दूंगा और भरत के मुकाबले अपनी सेना को बहुत कमजोर देखते हुए निषाद राज ने अपनी सेना में ऊर्जा का संचार किया! निषाद राज के एक बुजुर्ग के द्वारा सलाह देने पर भरत जी से मिलने का निर्णय लिया और तमोगुणी, रजोगुणी, और सतोगुणी भोजन लेकर केवट ने भरत जी से मुलाकात की और परस्पर संवाद से संदेह दूर हुए और गुरु वशिष्ठ ने भरत जी को बताया कि यह निषाद राज केवट राम जी के मित्र हैं ऐसा सुनते ही भरत जी रथ से कूद पड़े और निषाद राज से गले मिले
और आगे व्यास जी ने बताया कि या रामचरितमानस समरसता का संदेश देती है
*मां कल्याणी देवी मंदिर धाम के अध्यक्ष सुशील कुमार पाठक एवं श्याम जी पाठक ने बताया कि मां कल्याणी देवी के धाम में आज नवरात्रि के पंचम दिवस पर मां कल्याणी का स्कंदमाता स्वरूप का श्रृंगार दर्शन किया गया और नित्या की भांति शाम 7:00 बजे से लेकर 11:00 बजे रात्रि तक राम कथा प्रातः 8:00 बजे से दोपहर 1 1:00 बजे तक शाम 4:00 बजे से शाम 7:30 बजे तक शतचंडी महायज्ञ और प्रातः 5:00 बजे से लेकर 11:00 बजे तक देवी माता का पूजन अर्चन एवं शाम 7:00 बजे प्रतिदिन महा आरती कराई जा रही है*
कथा का संचालन प्रवक्ता ओंकार नाथ त्रिपाठी ने किया
इस अवसर पर कृष्ण कुमार पाठक ,अनिल कुमार पाठक, महामंत्री सुबोध खन्ना, कोषाध्यक्ष रजत चढ़ा,राजेश केसरवानी, प्रवीण रस्तोगी, मुकेश पाठक, विक्रम सिंह , कुमार नारायण प्रकाश डालमिया, पुनीत वर्मा रामेश्वर प्रसाद केसरवानी,आनंद जी टंडन पप्पन भैया, पवन जी केसरवानी, अशोक खत्री, कुमुद सेठ, श्याम बाबू खलीफा मंडी, घनश्याम मौर्य, रतन अग्रवाल, आदि मैं आरती की और प्रसाद वितरण किया