आनंद गिरि ने आज न्यायालय में अपनी आपत्ति दर्ज कराई
रिपोर्ट आलोक जायसवाल
न्यायालय में महंत नरेंद्र गिरी मौत मामले में चित्रकूट जेल में बंद आनंद गिरि की अधिवक्ता रेनू पांडे ने सुनवाई शुरू होते ही कोर्ट के समक्ष आपत्ति दर्ज कराई कि प्रकरण की अभियोजन की पैरवी सीबीआई के द्वारा नियम अनुसार होनी चाहिए लेकिन शासकीय अधिव्यक्ता गुलाब चंद अग्रहरि। आनन्द गिरी को न्याय से वंचित करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
जो शुरू से ही हर तारिख पर उपस्थित हो कर पैरवी कर रहे हैं अधिवक्ता रेनू पांडे ने कोर्ट में अवेदन के माध्यम से बताया है कि कुछ लोगो द्वारा आपराधिक षड्यंत्र रच कर फर्जी मुकदम में फसा दिया है जिससे ऋषि शंकर द्विवेदी (अधिवक्ता) ,महंत बलवीर गिरी एवं बाघंबरी गद्दी मेरे विरोधियों के अधिव्यक्ता (सलाहकार) है साथ ही चार्जशीट मे अहम गवाह हैं तथा मेरे विरुद्ध षड्यंत्र मे अहम भूमिका रही है उक्त दोनों का मेरे प्रकरण की मेरे सुनवाई के दौरान उपस्थित रहना और कार्यवाही को प्रभावित करना साथ ही वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से वंचित किया तथा अपने पक्ष रखने और सुनने से वंचित किया गया है
मेरे प्रकरण की फाइल पूर्व न्यायालय से वर्तमान न्यायालय में ट्रांसफर होने के बावजूद भी शासकीय अधिवक्ता गुलाब चंद्र अग्रहरी अधिवक्ता ऋषि शंकर द्विवेदी। न्याय को प्रभावित करने के उद्देश्य से न्यायालय में उपस्थित होते रहे हैं तथा भविष्य में भी न्यायालय में उपस्थित होकर न्यायिक कार्रवाई को प्रभावित करेंगे जो कि न्याय सिद्धांत के विरुद्ध है आनंद गिरि के अधिवक्ता रेनू पांडे ने आज न्यायालय में अपनी आपत्ति दर्ज कराई है साथ ही आनंद गिरि के अधिवक्ता रेनू पांडे ने प्रकरण की सुनवाई के दौरान कोर्ट में प्रकरण की संपूर्ण कार्यवाही की वीडियो रिकॉर्डिंग की जाए जिससे आनंद गिरि को न्याय से वंचित न होना पड़े और आनंद गिरि को प्रकरण की कार्यवाही को वीडियो रिकॉर्डिंग के माध्यम से उपस्थित कराया जाए जो आनंद गिरि का संवैधानिक अधिकार है