झूसी में दिखा दर्दनाक मंजर लोगों ने बांस पर शव ले जारहे लोगों की मदद की
इंसानियत जिंदा है
झूंसी में बांस में लटका कर महिला के शव को अंतिम संस्कार के लिए के जा रहे पिता और पति के मदद के लिए जुटे राहगीर। बनारस के रहने वाले ये लोग मुसिहारा समाज के है झूंसी में नीबी गांव में रहकर पत्तल बेचकर जीवन यापन करते है। महिला के पति नखड़ू ने बताया कि पत्नी कई दिनों से बीमार थी जिसकी मृत्यु आज हो गई थी। पैसों की व्यवस्था नही होने पर मजबूरी में बांस में बांध कर दारागंज पुल के नीचे बसे रिश्तेदारों के पास ले जाकर अंतिम संस्कार करना चाहते थे। मृतका अनीता 26 वर्ष के पिता मैनेजर ने बताया कि पैसा नही होने के कारण मजबूरी में पैदल बांस में बांधकर शव ले जाना पड़ रहा था। मुंशी का पूरा निवासी मित्र सुभाष यादव और ओम प्रकाश ने पुलिस को घटना की जानकारी देकर बताया कि इनकी कुछ व्यवस्था बनाए। सूचना मिलने पर पुलिस ने उनसे कहा आप लोग उन्हें रोक उनके बारे में जानकारी लीजिये। मौके पर जब पुलिस पहुंची तो तब तक दर्जनों लोगों की भीड़ जुट गई थी। सुभाष और ओम प्रकाश ने तत्काल 500-500 सौ रूपए की मदद की तो आस पास खड़े अन्य लोगों ने मदद का हांथ आगे बढ़ाया और ई रिक्शा में शव को दारागंज शमशान घाट पर भेज दिया गया।