Monday, May 20Ujala LIve News
Shadow

बच्चों को राजभवन से लाई पुस्तक उपहार में दी राज्यपाल ने, कैबिनेट मंत्री नंदी ने की राज्यपाल की अगवानी

Ujala Live

बच्चों को राजभवन से लाई पुस्तक उपहार में दी राज्यपाल ने, कैबिनेट मंत्री नंदी ने की राज्यपाल की अगवानी

 

आंगनबाड़ी से मेरा नजदीकी जुड़ाव : राज्यपाल आनंदीबेन

 

रिपोर्ट-राजेश सरकार

नैनी, प्रयागराज। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल मंगलवार को कम्पोजिट विद्यालय अरैल नैनी परिसर स्थित आंगनबाड़ी केन्द्र में राष्ट्रीय पोषण माह-सितम्बर 2023 के अंतर्गत आंगनबाड़ी संसाधन किट वितरण एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों से संवाद कार्यक्रम में सम्मिलित हुई। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों से संवाद करते हुए कहा कि आंगनबाड़ी से मेरा बहुत नजदीकी जुड़ाव है। कहा कि बच्चा जब पेट में होता है, तब से उसके जन्म व स्कूल में जाने तक की जिम्मेदारी आंगनबाड़ी केन्द्र की होती है। उन्होंने कहा कि राज्य की सभी योजनाओं का पालन करते हुए गर्भवती महिलाओं व माताओं को मार्गदर्शन देना, सुरक्षित बच्चे के जन्म के लिए प्रयास करना, ये सभी कार्य हमारी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां करती है। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों में आने वाले ज्यादातर बच्चे अभावग्रस्त, गरीब परिवार से होते है एवं उनके पास अच्छे कपड़े व खाने-पीने की अच्छी व्यवस्था भी नहीं होती है, ऐसे बच्चों के प्रति हमारी जिम्मेदारी है कि इनकी देखभाल करते हुए इन्हें समाज की मुख्य धारा में जोड़ा जाए। इन्हें आंगनबाड़ी केन्द्रों से जोड़ने के लिए केन्द्रों में उनके लिए खिलौने,खेलने की व्यवस्था करने के साथ इंटरैक्टिव लर्निंग की व्यवस्था भी करनी होगी, जिससे वे स्वयं आंगनबाड़ी केन्द्रों में आने के लिए उत्सुक रहे। राज्यपाल ने कहा कि बच्चे लिखने से ज्यादा देखकर सीखते है, उन्हें एक खिलौने से भी काफी कुछ सिखाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि केजी टू पीजी के अन्तर्गत आंगनबाड़ी केन्द्रों को यूनिवर्सिटी व कालेजों से जोड़ना चाहिए।


उन्होंने कहा कि हमारे यहां यह रीति है कि किसी के भी घर खाली हाथ नहीं जाते है। इसलिए मैं आपकेे लिए दो प्रकार की किट लायीं हूं, जिसमें एक किट में खेलने, साइंस, मैथ व क्रिएटीविटी सिखाने के लिए व दूसरी 200 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के लिए किट दी जा रही है।


उन्होंने आंगनबाड़ी केन्द्र के बच्चों को परिसर में स्थित कम्पोजिट विद्यालय के बच्चों के साथ प्रार्थना व खेलों का एक साथ आयोजन कराने के लिए कहा है, जिससे वे भी उनके साथ सीख सके। राज्यपाल ने कहा कि छोटे बच्चे बहुत प्यारे होते है और वे ईश्वर के बहुत करीब होते है। जैसे-जैसे वे बड़े होते है, उनके अंदर कभी-कभी ऐसी प्रवृत्तियां आ जाती है, जो उन्हें गलत रास्ते पर ले जाती है, इसलिए हमें उनका विशेष ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि गर्भाधान के बाद 8 वर्ष की उम्र में ही हम पूरे जीवन का 80 प्रतिशत सीख लेते है, शेष उम्र में केवल 20 प्रतिशत ही सीखते है। अच्छाई-बुराई इसी उम्र में आती है। इसलिए हमारा उत्तरदायित्व है कि हम उन्हें ऐसा वातावरण प्रदान करें, जिससे वे अच्छे नागरिक बन सके। उन्होंने नैनी जेल में बंद महिलाओं के बच्चों के बारे में बताते हुए कहा कि वे बिना किसी अपराध के सजा भुगत रहे है, इसलिए हमें सदैव ध्यान देना चाहिए कि हम कोई भी इस तरह का कार्य न करें, जिसका परिणाम हमारे बच्चों को भुगतना पड़े। उन्होंने उपस्थित अध्यापिकाओं से गलत मार्ग पर चलने वाले बच्चों को चिन्हित कर सुधारने एवं उन्हें जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करने के लिए कहा है। राज्यपाल ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार महिलाओं, बच्चों व सभी लोगो के लिए अच्छा कार्य कर रही है।
राज्यपाल ने अपने साथ राजभवन से लायीं हुई 55 पुस्तकों को विद्यालय की प्रधानाध्यापिका पूर्णिमा चौबे को दिया और विद्यालय में एक लाईब्रेरी बनाने एवं समय पर इन पुस्तकों को विद्यालय के बच्चों को उपलब्ध कराये जाने के लिए कहा है। इसके पूर्व राज्यपाल ने श्री अन्न से निर्मित रेस्पी पोषण स्टाॅल का अवलोकन करते हुए श्री अन्न से निर्मित पोहा, चने के दाल का फरा, नमकीन दलिया, ज्वार ढोकला, रागी इडली, बाजरे की टिक्की सहित अन्य उत्पादों के बारे में जानकारी ली। तदुपरान्त उन्होंने आंगनबाड़ी केन्द्र में उपस्थित बच्चों को फल वितरित करते हुए उनके प्रारम्भिक बाल्यावस्था देखभाल व शिक्षा के बारे में जानकारी ली। आंगनबाड़ी केन्द्र के बच्चों के द्वारा स्वागत गीत व प्रार्थना की प्रस्तुती की गयी। तत्पश्चात राज्यपाल द्वारा वहां पर बनायी गयी स्मार्ट क्लास का उद्घाटन किया गया।


इस अवसर पर कैबिनेट मंत्र नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने राज्यपाल का स्वागत करते हुए कहा कि सर्वविदित है कि राज्यपाल एक शिक्षिका रही है एवं राष्ट्रपति पुरस्कार से अलंकृत है। आपने महिला एवं बाल-विकास के मुद्दो पर सदैव विशेष ध्यान दिया है एवं महिला सशक्तीकरण और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए बहुत से कार्य किए है। उन्होंने कहा कि आपके आगमन से निश्चित रूप से मातृशक्तियों को मजबूती व प्रोत्साहन मिला है। उन्होंने नंदी सेवा संस्थान की ओर से उपलब्ध कराये गये 50 फ्री स्कूल किट बच्चों को प्रदान किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार, अपर जिलाधिकरी नगर मदन कुमार, परियोजना निदेशक अशोक कुमार मौर्या, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण तिवारी सहित अन्य सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published.

× हमारे साथ Whatsapp पर जुड़ें